जिस दिन तुम्हारी याद मुझ पर हावी होती है ।
न जाने क्यों वह रात बड़ी देर से गुजरती है !!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जनाज़ा इसीलिए भारी था उस गरीब का…!!
क्योकि वह सारे अरमान साथ लेकर चला गया…!!
में जो समझता हु और हर कोई नहीं समझता और
जो लोग समझते है वो मुझे नहीं समझना.
जो सिरफिरा होते हैं इतिहास वो ही लिखते हैं,
समझदार तो सिर्फ़ उसे पढ़ते हैं
विरासतो में नहीं मिला मुझे कुछ भी यारो
इसलिए पहचान
बनाना अभी बाकि है .!!