सफ़र का लुत्फ़

सफ़र का लुत्फ़ लेना है तो सामान कम रखिये.. और जिंदगी का लुत्फ लेना है तो दिल मैं अरमान कम रखिये..

पिघलती बर्फ सी

पिघलती बर्फ सी है ये जवानीं !
जुड़ी है साथ सबके ये कहानीं !!
जुबां से आग फिर भी हैं वो लगाते !
सुना फ़ितरत भी उनकी है पुरानी !!

मैं क्यों कहूँ

मैं क्यों कहूँ उससे
की मुझसे बात करो..!
.
क्या उसे नहीं मालूम की उसके
बिना मेरा दिल नहीं लगता ….!!!!

तुम्हारे जाने के बाद

तुम्हारे जाने के बाद सुकून से

सो नहीं पाया कभी.

मेरी करवटों में रेगिस्तान सा

खालीपन पसरा रहता है

जब तुम पास होते हो तो कोई

शिकायत नहीं होती किसी से भी.

यूं देखिए तो

यूं देखिए तो आंधी में बस इक शजर गया
लेकिन न जाने कितने परिंदों का घर गया.

जैसे ग़लत पते पे चला आए कोई शख़्स
सुख…ऐसे मेरे दर पे रुका…और गुज़र गया….!!!