पहले तो अपने दिल की

पहले तो अपने दिल की रजा जान जाइये
फिर जो निगाहे यार कहे मान जाइये
कुछ कह रही है आप की सीने की धड़कने, मेरी सुनिये तो दिल का कहा मान जाइये
एक धुप सी जमी है आखो के आस पास आप है तो आप पर कुर्बान जाइये।

सिर्फ वक्त ही

सिर्फ वक्त ही गुजारना हो तो किसी और को आजमा लेना,
हम तो चाहत और दोस्ती दोनों इबादत की तरह करते है|