तुम हवा बन सको

तुम हवा बन सको , नाप लू में गगन
पर में कैसे लडू , तेज़ तूफ़ान से
और छोड़ा अगर तुमने तीर ए नज़र
ये परिंदा चला जायेगा जान से|

ना दिल से होता

ना दिल से होता है, ना दिमाग से होता है;
ये प्यार तो इत्तेफ़ाक़ से होता है;
पर प्यार करके प्यार ही मिले;
ये इत्तेफ़ाक़ भी किसी-किसी के साथ होता है।