ये सोच कर

ये सोच कर की शायद वो खिड़की से झाँक ले
.
उसकी गली के बच्चे आपस में लड़ा दिए मैंने !!

ज़िन्दगी देने वाले

ज़िन्दगी देने वाले यूँ मरता छोड़ गए,
अपनापन जताने वाले यूँ तनहा छोड़ गए,
जब पड़ी जरुरत हमें अपने हमसफ़र की,
तो साथ चलने वाले अपना रास्ता मोड़ गए।