अगर किसी दिन रोना आये ‘ तो आ जाना मेरे पास ….
हँसने का वादा तो नही करता ‘ मगर रोउंगा जरूर तेरे साथ|
Tag: शर्म शायरी
चेहरे पर जो अपने
चेहरे पर जो अपने दोहरी नकाब रखता हैं, खुदा उसकी चलाकियों का हिसाब रखता हैं|
जलो वहाँ जहाँ जरूरत हो
जलो वहाँ जहाँ जरूरत हो ….. उजालों में चिरागों के कोई मायने नहीं होते।
दो चार नहीं…
दो चार नहीं…मुझे सिर्फ एक दिखा दो… वो शख्स…जो अन्दर भी बाहर जैसा हो… !
इश्क करने से पहले
इश्क करने से पहले उसका अंजाम देख लो,
फिर भी समझ न आये तो गजनी और तेरे नाम देख लो !!
क्या अनमोल चीज़ है…
आग भी क्या अनमोल चीज़ है…
बातों से भी लग जाती है…
ना पूछ रात भर
ना पूछ रात भर जागने की वजह ऐ दिल-ए-नादान….
मोहब्बत में कुछ सवालों के जवाब नहीं होते….
चाहतों के मोड़ पे..
चाहतों के मोड़ पे…
कभी वो रुकी कभी मैं रुका…
मोहब्बत सब्र के अलावा
मोहब्बत सब्र के अलावा कुछ नही…!!
मैने हर इश्क़ को इंतज़ार करते देखा |
आपने जीना सीख लिया
दर्द जब मीठा लगने लगे तो,
समझ जाइये की आपने जीना सीख लिया !