by pyarishayri - Mosam Shayri, Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 8, 2017 मैं चिरागों की मैं चिरागों की भला कैसे हिफाज़त करता, वक़्त सूरज को भी,हर रोज़ बुझा देता है…