by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, Zindagi Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, मौसम शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - January 29, 2017 मरम्मतें खुद की मरम्मतें खुद की रोज़ करता हूँ, रोज़ मेरे अंदर एक नुक्स निकल आता है !!