by pyarishayri - Love Shayri, Quotes, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, प्यारी शायरी - November 26, 2015 इमारतें बनती हैं रोज़ इमारतें बनती हैं रोज़, हर रोज़… मजदूरों के दफ्तरों में… इतवार नहीं होते.