by pyarishayri - Love Shayri, Mosam Shayri, Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 12, 2017 साथ रह सकते हैं साथ रह सकते हैं, मगर एक हो नहीं सकते… कितने मजबूर है हम किनारों की तरह…