सच सुनने से ना जाने क्यों कतराते है लोग,
तारीफ चाहे झूठी हो सुनकर खूब मुस्कुराते है लोग
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सच सुनने से ना जाने क्यों कतराते है लोग,
तारीफ चाहे झूठी हो सुनकर खूब मुस्कुराते है लोग