कभी पिघलेंगे पत्थर भी मोहब्बत की तपिश पाकर,
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बस यही सोच कर हम पत्थर से दिल लगा बैठे….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कभी पिघलेंगे पत्थर भी मोहब्बत की तपिश पाकर,
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बस यही सोच कर हम पत्थर से दिल लगा बैठे….!!