कभी जो लिखना

कभी जो लिखना चाहा तेरा नाम अपने नाम के साथ

अपना नाम ही लिख पाये और स्याही बिखर गई…..

आज नही तो कल

आज नही तो कल ये एहसास हो ही
जायेगा….!!..
कि “नसीब वालो” को ही मिलते है फिकर
करने वाले”

जिस शहर में

जिस शहर में तुम्हे मकान कम और शमशान ज्यादा मिले…

समझ लेना वहा किसी ने हम से आँख मिलाने की गलती की थी….!!