खुद को कमजोर ना समझना,
खुद की अंदर की ताकत कों पहचानों,
फिर जिंदगी की हर जंग में फतेह तुम्हारी ही होंगी….!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
खुद को कमजोर ना समझना,
खुद की अंदर की ताकत कों पहचानों,
फिर जिंदगी की हर जंग में फतेह तुम्हारी ही होंगी….!!
गहरी बातें समझने के लिए गहरा होना जरुरी है,
और
गहरा वही हो सकता है जिसने गहरी चोटें खायी हो
शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में,
जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।
उसने जब फूल को छुआ होगा
होश, खुशबू के उड़ गए होंगे|
की मुहब्बत तो सियासत का चलन छोड़ दिया,
हम अगर प्यार ना करते तो हुकूमत करते…
प्यार किसी रिश्ते का नाम नहीं है,
ये वो रोशनी है जिसमे भगवान दिखाई देते है..
सुना है कि ख़त जला दिया है उसने,
सुना है कि अब वो राख पढ़ा करती है…
जब कभी भी ख़वाब में सहरा नज़र आया मुझे।
तिश्नगी में हमें मेरे मौला बस तेरा चेहरा नज़र आया मुझे।।
लिखता हूँ तो बस तुम ही उतरते हो कलम से ,
पढ़ता हूँ तो लहजा भी तुम और आवाज़ भी तुम|
आईना देख के, हैरत में न पड़िये साहब;
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आप में कुछ नहीं, शीशे में बुराई होगी!