हमारी आंखों को

काश कोई हम पर प्यार जताता, हमारी आंखों को अपने होंठों से छुपाता,

हम जब पूछते कौन हो तुम, मुस्कुरा कर वो अपने आप को हमारी जान बताता

उम्र ज़ाया कर दी

उम्र ज़ाया कर दी औरों के वजूद में नुक़्स निकालते निकालते

इतना खुद को तराशते तो न जाने क्या से क्या हो जाते..

मेरी वफ़ा में थी

मेरी यादों से बच निकलो तो ….. वादा है मेरा तुमसे
मैं खुद दुनिया से कह दूँगी…. कमी मेरी वफ़ा में थी !!!

रिश्ता बनाये रखे

अच्छे समय से नहीं बल्कि अच्छे इंसान से रिश्ता बनाये रखे…
क्योंकि…अच्छा इंसान अच्छा समय ला सकता है लेकिन अच्छा समय अच्छा इंसान नहीं ला सकता है…