काश कोई रात

काश कोई रात ऐसी मिल जाये, बाँहो को तेरा साथ मिल जाये,,

कुछ पल के लिए हँसी खिल जाये, फिर चाहे अगले पल मौत मिल जाये…

जब रुला लेते हैं

जब रुला लेते हैं जी भर के हमें…
जब सता लेते हैं जी भर के हमें…
तब कहीं खुश वो ज़रा होते हैं….

और क्या एहद-ए-वफ़ा होते हैं….

लोग कहते हैं

लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता,
शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता……!!