हर वक़्त पल पल

हर दिन हर वक़्त
पल पल बेहिसाब जहन में
बस तुम ही तुम
आँखों में बस एक चेहरा
सिर्फ तुम सिर्फ तुम

मैं शब्दों से

मैं शब्दों से कहीं ज्यादा हूँ…
इक बार सृजन करके देखो मुझे…
ज़िन्दगी और ज़िन्दगानी में फ़र्क बूझ पाओगे…