राख बेशक हूँ मगर मुझ में हरकत है

राख बेशक हूँ मगर मुझ में हरकत है अभी भी …. जिसको जलने की तमन्ना हो हवा दे मुझको…..

कितनी मासूम होती हैं ये दिल की धड़कनें

कितनी मासूम होती हैं ये दिल की धड़कनें…. कोई सुने या ना सुने, ये खामोश नहीं रेहती !!!

ग़म खाये जा रहा दिल को

ग़म खाये जा रहा दिल को इस ही एक बात का,,,, ढल गया ह दिन अब बोझ उठाना ह रात का ।

जब तक शीशा था

जब तक शीशा था , लोगो ने बहुत तोडा। जिस दिन पत्थर बना , लोगो ने देवता मान लिया॥

हमें तो जो भी मिला वो ख़ुदा

हमें तो जो भी मिला वो ख़ुदा बन के ही मिला, कहाँ हैं वो जिन्हें कोई ख़ुदा नहीं मिलता.

देखते हैं अब क्या मुकाम

देखते हैं अब क्या मुकाम आता है साहेब, सूखे पत्ते को इश्क़ हुआ है बहती हवा से.

उंगलिया आज भी इस सोच में गुम है

उंगलिया आज भी इस सोच में गुम है , उसने कैसे नए हाथ को थामा होगा.

सच कहा था किसी ने

सच कहा था किसी ने तन्हाई में जीना सीख लो ;मोहब्बत जितनी भी सच्ची हो साथ छोड़ ही जाती है.

उसकी दर्द भरी आँखों ने

उसकी दर्द भरी आँखों ने, जिस जगह कहा था अलविदा,आज भी वही खड़ा है दिल, उसके आने के इंतज़ार में.

ये इश्क़ भी बड़ी ना मुराद चीज़ है

ये इश्क़ भी बड़ी ना मुराद चीज़ है., उसी से होता है जो किसी और का होता है

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