तुमने भी हमें बस एक दिये की तरह समझा था,
रात गहरी हुई तो जला दिया सुबह हुई तो बुझा दिया..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तुमने भी हमें बस एक दिये की तरह समझा था,
रात गहरी हुई तो जला दिया सुबह हुई तो बुझा दिया..
Agr Labo se baat ho gaur mat karna
Kyunki yehi lab kise Aur se didar karte hain
हम नींद के शौक़ीन ज्यादा तो नहीं लेकिन,
तेरे ख्वाब न देखूं तो गुज़ारा नहीं होता..
Baarha khwaab me
Paa kar mujhe pyaasa sa..
Oski zulfon ne kiya
raqs ghataaon jeisa..!
ये तेरा अकड़ तो दो
दिन की कहानी है ।
पर मेरा attitude तो खानदानी है।
कब से
धुप सेंकने के बहाने छत पर हूँ,
पर वो बाल सुखाने नहीं आई अभी
तक।।।
लोग आज भी तेरे बारे में पूछते है कहाँ है वो,
मैं बस दिल पर हाथ रख देता हूँ…
बेवफा कहने से पहले मेरी रग रग का खून निचोड़ लेना.. कतरे कतरे से वफ़ा ना मिले तो बेशक मुझे छोड़देना
जो चल सको तो कोई ऐसी चाल चल जाना
मुझे पता भी न चले और तुम बदल जाना…!!
आँखों में सूरमा,
चेहरे पर बुर्क़ा,
और
मेरा फटा कुर्ता.
वाह क्या बात है!