आज उसने हमें

आज उसने हमें एक और दर्द दिया तो हमें याद आया;
कि दुआओं में हमने ही तो उसके सारे दर्द मांगे थे।

इश्क़ से खुद को बचाते रहे

इश्क़ से खुद को बचाते रहे
उन से नज़रें चुराते रहे
जब-जब नाम आया उनका होठों पर
बोलने से हम कतराते रहे
उन पर दिन-ब-दिन कविता बनाते रहे
पर न जाने किस बात से घबराते रहे
क्या बताएं हाल-ए-दिल आपको
न चाहते हुए भी उन्हें चाहते रहे|

दुख मे खुशी की वजह

दुख मे खुशी की वजह बनती है मोहब्बत,
दर्द मे यादो की वजह बनती है मोहब्बत,
जब कुछ भी अच्छा नई लगता दुनिया मे,
तब जीने की वजह बनती है मोहब्बत….