ये सोच कर

ये सोच कर की शायद वो खिड़की से झाँक ले
.
उसकी गली के बच्चे आपस में लड़ा दिए मैंने !!

झाँक रहे है

झाँक रहे है इधर उधर सब, अपने अंदर झांकें कौन ,

ढ़ूंढ़ रहे दुनियाँ में कमियां, अपने मन में ताके कौन..