एक ही ख़्वाब ने सारी रात जगाया है,
मैंने हर करवट सोने की कोशिश की………
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
एक ही ख़्वाब ने सारी रात जगाया है,
मैंने हर करवट सोने की कोशिश की………
बडी देर कर दी मेरा दिल तोडने मे,
न जाने कितने शायर आगे चले गये……
एक छोटे से सवाल पे इतनी ख़ामोशी…
…
सिर्फ इतना ही तो पूछा है..”याद आती है मेरी ???
तहज़ीब, सलीका, अदब, हया, ये तुम जानो,हम तो आशिक लोग हैं बस इश्क किया करते है…!
मोहब्बत थी इसलिए जाने दिया,
ज़िद होती तो बाहों में होती…
बस कुछ ऐसी ही हो गयी हैं जिंदगी मेरी
ना बया कर सके ना फना कर सके
दिल भी एक जिद पे अड़ा है किसी बच्चे कि तरह…
या तो सब कुछ ही उसे चाहिए या कुछ भी नही…
एक छोटे से सवाल पे इतनी ख़ामोशी…
…
सिर्फ इतना ही तो पूछा है..”याद आती है मेरी ???
इतनी ठोकरें देने के लिए,
शुक्रिया ए-ज़िन्दगी चलने का न सही,
सम्भलने का हुनर
तो आ गया…….. !!
मेरे साथ बैठ के वक़्त भी रोया एक दिन।
बोला बन्दा तू ठीक है …मैं ही खराब चल रहा हूँ।