कुछ भी नया करने में
संकोच मत करो।
ये मत सोचो कि हार होगी ?
हार तो किसी की नहीं होती।
या तो जीत मिलती हैं,
या सीख मिलती हैं।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कुछ भी नया करने में
संकोच मत करो।
ये मत सोचो कि हार होगी ?
हार तो किसी की नहीं होती।
या तो जीत मिलती हैं,
या सीख मिलती हैं।
वो मुझसे पूछती है की ख्वाब किस-किस के देखते हो,
बेखबर जानती ही नहीं की यादें उसकी सोने कहाँ देती है..
तक़दीर को कुछ इस तरह अपनाया है मैंने जो नहीं थी तक़दीर में उसे भी बेपनाह चाहा है मैंने|