सुकून-ऐ-दिल

सुकून-ऐ-दिल के लिए कभी हाल तो पूछ लिया करो…
..
मालूम तो हमें भी है कि हम आपके कुछ नही लगते ।

इक तेरा हुस्न

इक तेरा हुस्न काफ़िराना था

दूसरी और शराबखाना था,

रास्ता इख़्तियार जो भी करता

आज अपना इमान जाना था…..