एक खता के बदले

इतनी वफ़ादारी ना कर किसी से यूँ मदहोश
होकर ….
दुनिया वाले एक खता के बदले सारी वफ़ाएं भुला देते
हैँ….!!!

खुदा से भी माँगा

अमल से भी माँगा वफा से भी माँगा,

तुझे मैने तेरी रजा से भी माँगा,

ना कुछ हो सका तो दुआ से भी माँगा,

कसम है खुदा की खुदा से भी माँगा

तकलीफ दे तो

आदत’ बना ली है। मैंने खुद को तकलीफ देने की । ताकि जब कोई अपना । तकलीफ दे तो फिर ” तकलीफ ” न हो.