आशिक था एक

आशिक था एक मेरे अंदर, कुछ साल पहले गुज़र गया..!!
अब कोई शायर सा है, अजीब अजीब सी बातें करता है…

जो आसानी से

जो आसानी से मिले वो है धोखा;
जो मुश्किल से मिले वो है इज्ज़त;
जो दिल से मिले वो है प्यार।
और जो नसीब से मिले वो हैं आप।

नजाकत तो देखिये

नजाकत तो देखिये, की सूखे पत्ते ने डाली से कहा,

चुपके से अलग करना वरना लोगो का रिश्तों से भरोसा उठ जायेगा !!