आग में ठंडक

किसी को आग में ठंडक,

कोई पानी में जलता है, किसी के पाँव बहके हैं,

कोई घुटनों से चलता है…

कोई टूटे तो

कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो, कोई रुठे तो उसे मनाना
सीखो …
रिश्ते तो मिलते है मुकद्दर से, बस उन्हे खूबसूरती से
निभाना सीखों..