जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है..
पर अपना हैं कौन ?यह वक़्त ही बताता हैं
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है..
पर अपना हैं कौन ?यह वक़्त ही बताता हैं
आइना होती है ये जिंदगी
मेरे दोस्त…
तू मुस्कुरा,
वो भी मुस्कुरा देगी…!
तेरी जगह आज भी कोई नही ले सकता
खूबी तूजमे नही कमी मुझमें है
हम तो फूलों की तरह अपनी आदत से बेबस हैं।
तोडने वाले को भी खुशबू की सजा देते हैं।
तनहाई से नही …. शिकायत तो मुझे उस भीड से हैं …
जो तेरी यादो को मिटाने कि कोशिश में होती हैं …..
तेरी जगह आज भी कोई नही ले सकता
खूबी तूजमे नही कमी मुझमें है
हम तो फूलों की तरह अपनी आदत से बेबस हैं।
तोडने वाले को भी खुशबू की सजा देते हैं।
तनहाई से नही …. शिकायत तो मुझे उस भीड से हैं …
जो तेरी यादो को मिटाने कि कोशिश में होती हैं …..
मैं भी तो इक सवाल था हल ढूँढते मेरा
ये क्या कि चुटकियों में ऊड़ाया गया मुझे
क्या मिलेगा दिलों में नफ़रत रख कर
बड़ी मुख्तसर सी ज़िंदगी है मुस्कुरा के मिला करो|