मुस्कुराते पलको पे

मुस्कुराते पलको पे सनम चले आते हैं,
आप क्या जानो कहाँ से हमारे गम आते हैं,
आज भी उस मोड़ पर खड़े हैं, जहाँ किसी ने कहा था,
कि ठहरो हम अभी आते हैं..

जिन्दंगी को समझना

जिन्दंगी को समझना बहुत मुशकिल हैं. कोई सपनों की खातिर “अपनों” से दूर रहता हैं..
और , कोई “अपनों” के खातिर सपनों से दूर …!!

छोड दी हमने

छोड दी हमने हमेशा के लिए उसकी, आरजू करना,
जिसे मोहब्बत, की कद्र ना हो उसे दुआओ, मे क्या मांगना…

दिल चाहता है

दिल चाहता है कि बहुत करीब से देखूँ तुम्हें
पर नादान आंखे तेरे करीब आते ही बंद हो जाती हैं|