सिर्फ एक ही तमन्ना रखते हैं हम अपने दिल में…..!!
मोहब्बत से याद करो.. चाहे मुद्दतो न बात करो…..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सिर्फ एक ही तमन्ना रखते हैं हम अपने दिल में…..!!
मोहब्बत से याद करो.. चाहे मुद्दतो न बात करो…..!!
इंकार को इकरार कहते है,
खामोशी को इज़हार कहते है,
क्या दस्तूर है इस दुनिया का,
एक खूबसूरत सा धोखा है,
जिसे लोग ‘प्यार’ कहते है..
रूठा रहे मुझसे वो, मंजूर है, लेकिन,
उसे समझा दो कि वो मेरा शहर ना छोङे,
प्यार तो किस्मत में नहीं है शायद,
कम से कम उसका दीदार तो होता रहे।
पहली मुलाकात थी और हम दोनों ही बेबस थे ,
वो जुल्फें ना संभाल सके और हम खुद को ..
नसीहतें अच्छी देती है दुनिया,
अगर दर्द किसी और का हो!
वो दर्द ही क्या जो आँखों से बह जाए,
वो ख़ुशी ही क्या जो होठों पर रह जाए,
कभी तो समझो मेरी ख़ामोशी को,
वो बात ही क्या जो लफ्ज़ आसानी से कह जाए!
सारी उम्र आंखो मे एक सपना याद रहा,
सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा,
ना जाने क्या बात थी उस शख्स में की हम
सारी मेहफिल भुल गये बस वह चेहरा याद रहा..!!
पास आपके दुनिया का हर सितारा हो,
दूर आपसे गम का हर किनारा हो,
जब भी आपकी पलके खुले सामने वही हो,
जो आपको दुनिया में सबसे प्यारा हो..
मंज़िल इन्सान के हौसले आजमाती है,
सपनों के परदे आँखों से हटाती है,
किसी भी बात से हिम्मत मत हारना,
ठोकर ही इन्सान को चलना सिखाती हैं।
कल रात मैने भीअपने दिल से रिश्ता तोड दिया
पागल तेरे को भूल जाने की सलाह दे रहा था|