बरसती फुहारों में

बरसती फुहारों में भीग कर आराम सा लगता है
किसी फरिश्ते का नशीला भरा जाम सा लगता है
अक्सर देखता हूं मतलब में भागती इस दुनिया को
हर शख्स यहाँ बईमान सा लगता है |

यादों के सहारे

यादों के सहारे दुनिया नही चलती,

बिना किसी शायर के महफ़िल नही बनती,

एक बार पुकारो तो आए दोस्तों,

क्यों की दोस्तों के बिना ये धड़कने नही चलती…