by pyarishayri - July 10, 2017माफ़ी चाहता हूँमाफ़ी चाहता हूँ गुनाहगार हूँ तेरा ऐ दिल…!! तुझे उसके हवाले किया जिसे तेरी कदर नहीं…
by pyarishayri - July 7, 2017पत्तें से गिरती बून्दपत्तें से गिरती बून्द हो या गीले बालों से… मौसम का असर तो दोनों पर ही जवां हैं..
by pyarishayri - July 4, 2017तारीखें… हज़ारों साल मेंतारीखें… हज़ारों साल में बस इतनी ही बदली,पहले दौर था पत्थरों का,अब लोग हैं पत्थरों के…!!
by pyarishayri - July 2, 2017शाम का वक्तशाम का वक्त हो और ‘शराब’ ना हो…!इंसान का वक्त इतना भी ‘खराब’ ना हो..
by pyarishayri - June 29, 2017हमने काँटों को भी हमने काँटों को भी नरमी से छुआ है..लोग बेदर्द हैं जो फूलो को भी मसल देते हैं..
by pyarishayri - June 25, 2017फना होने की इजाजत फना होने की इजाजत ली नहीं जातीये मोहब्बत है जनाब पूछ के की नहीं जाती
by pyarishayri - June 22, 2017सुनो.. इस दूनिया मेँसुनो.. इस दूनिया मेँ हर वो एक शख्स अकेला हैँ जिसने सच्चे दिल से मोहब्बत की हैँ…!!
by pyarishayri - June 21, 2017मकड़ी भी नहीं फँसतीमकड़ी भी नहीं फँसती, अपने बनाये जालों में। जितना आदमी उलझा है, अपने बुने ख़यालों में…।।
by pyarishayri - June 21, 2017बेहिसाब हसरतें न पालियेबेहिसाब हसरतें न पालिये.जो मिला है उसे संभालिये..!
by pyarishayri - June 19, 2017गया वो वक़्त जबगया वो वक़्त जब परियों की कहानी हमें सुला देती थी अब एक परी का किस्सा हमें सोने नहीं देता रात भर…