सारी उम्र आंखो मे

सारी उम्र आंखो मे एक सपना याद रहा,
सदियाँ बीत गयी पर वो लम्हा याद रहा,
ना जाने क्या बात थी उस शख्स में की हम
सारी मेहफिल भुल गये बस वह चेहरा याद रहा..!!

चेहरों के लिए आईने

चेहरों के

लिए आईने क़ुर्बान किये हैं ,
इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं

।महफ़िल में मुझे गालियां देकर है बहोत खुश ,
जिस शक्श पे मैंने

बड़े बड़े एहसान किये हैं !!