by pyarishayri - July 22, 2015 उनकी ही बज्म सही पै कहाँ का है दस्तूर उनकी ही बज्म सही पै कहाँ का है दस्तूर.. इधर को देखना, देना उधर को पैमाने..!
by pyarishayri - July 21, 2015 बक्श दें प्यार की गुस्ताख़ियां बक्श दें प्यार की गुस्ताख़ियां दिल ही क़ाबू में नहीं हम क्या करे