मन को देखो

कभी किसी के चेहरे को मत देखो
बल्कि उसके मन को देखो
क्योंकि

अगर सफ़ेद रंग में वफ़ा होती
तो नमक जख्मो की दवा होती।

व्यापम

जननी माँ है, मौत है व्यापम
असमय मौत का स्रोत है व्यापम।

ग़म है व्यापम, तम है व्यापम,
शिवराज का परचम है व्यापम।

आगम सृष्टि तो निर्गम है व्यापम,
बड़ा ही कठोर व निर्मम है व्यापम।

असमय हर पल हर दम व्यापम,
भाजपा के वीरों का दमख़म व्यापम।

मोदी का हट दंभ और दम है व्यापम,
माँ बहनों की आँखो का नम है व्यापम।

रोज मौतों की दास्तान है व्यापम,
प्रदेश का नया क़ब्रिस्तान है व्यापम।

मौत है, कफन है, अर्थी है व्यापम,
जलियाँवाला के समानार्थी है व्यापम।