शहर का शहर है पत्थर जेसा किस किस का एतबार करू
बे दरदो के आगे कसे मे बेठ के ईजहार करू दूश्मन है सब जान के
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
शहर का शहर है पत्थर जेसा किस किस का एतबार करू
बे दरदो के आगे कसे मे बेठ के ईजहार करू दूश्मन है सब जान के