by pyarishayri - Heart Touching Shayri, Hindi Shayri, Sad Bewafa Shayri, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - July 19, 2016 गुफ्तगू करते रहिये ये गुफ्तगू करते रहिये ये इंसानी फितरत है। जाले लग जाते है जब मकान बंद रहते है !