by pyarishayri - Shayari, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 26, 2016 जिसकी साँसे भी उस ‘गरीब’ की ‘उम्मीदें’ क्या होंगी ..! जिसकी ‘साँसे’ भी ‘गुब्बारों’ में बिकती हैं…