बहुत सोचना पड़ता है अब मुँह खोलने से पहले,,
क्यूंकि अब दुनियाँ दिल से नहीं दिमाग से रिश्ते निभाती है …!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बहुत सोचना पड़ता है अब मुँह खोलने से पहले,,
क्यूंकि अब दुनियाँ दिल से नहीं दिमाग से रिश्ते निभाती है …!!