सोचता हूं जिन्दा हूं, मांग लूं सब से माफी,
ना जाने मारने के बाद, कोई माफ करे या न करे|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
सोचता हूं जिन्दा हूं, मांग लूं सब से माफी,
ना जाने मारने के बाद, कोई माफ करे या न करे|