by pyarishayri - Facebook Status, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, वक्त-शायरी, व्यंग्य शायरी, व्हाट्सप्प स्टेटस, शर्म शायरी, हिंदी शायरी - March 10, 2017 सका लाखों का श्रंगार सका लाखों का श्रंगार भी कम पड जाता है|| मेरे नाम के एक चुटकी सिंदूर के आगे||