दिल के दरवाज़े पे दस्तक हो रही हैं
आज फिर एक याद सता रही हैं
दिल की गहरयों मे झाँक के देख..
परदेस मे आज फिर तेरी याद आ रही हैं|
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
दिल के दरवाज़े पे दस्तक हो रही हैं
आज फिर एक याद सता रही हैं
दिल की गहरयों मे झाँक के देख..
परदेस मे आज फिर तेरी याद आ रही हैं|