दर्द बयां करना है तो शायरी से कीजिये जनाब…..
लोगों के पास वक़्त कहाँ एहसासों को सुनने का….
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
दर्द बयां करना है तो शायरी से कीजिये जनाब…..
लोगों के पास वक़्त कहाँ एहसासों को सुनने का….