by pyarishayri - Facebook Status, Sad Shayri, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, जिंदगी शायरी, दर्द शायरी, प्यार शायरी, लव शायरी, वक़्त शायरी, वक्त-शायरी - January 12, 2017 अब ना रही मुझमे मासूमियत अब ना रही जनाब… मैने बचपन के ख्वाब बड़े होकर टुटते देखे है|