मंजिल तो तेरी यही थी बस , जिंदगी गुजर गयी यहा आते
क्या मिला तुझे इस दुनिया से अपनों ने ही जला दिया जाते |
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मंजिल तो तेरी यही थी बस , जिंदगी गुजर गयी यहा आते
क्या मिला तुझे इस दुनिया से अपनों ने ही जला दिया जाते |