by pyarishayri - Facebook Status, Shayari, Urdu Shayri, Whatsapp Shayri, WhatsApp Status, Zindagi Shayri, पारिवारिक शायरी, प्यार शायरी, प्रेणास्पद शायरी, हिंदी शायरी - January 9, 2016 कब इंसाफ़ करोगे मुंसिफ़ हो अगर तुम तो कब इंसाफ़ करोगे मुजरिम हैं अगर हम तो सज़ा क्यूँ नहीं देते