मैं उसका हाथ ही थामे रहा… तो उसने कहा………. मेरे
बदन में…. कमर… लब.. और कलाईयाँ भी हैं..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
मैं उसका हाथ ही थामे रहा… तो उसने कहा………. मेरे
बदन में…. कमर… लब.. और कलाईयाँ भी हैं..