एक अजीब सी जंग छिड़ी है रात के आलम में..
आँख कहती है सोने दे और दिल कहता है रोने दे..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
एक अजीब सी जंग छिड़ी है रात के आलम में..
आँख कहती है सोने दे और दिल कहता है रोने दे..