तेरी ख़ुशी की खातिर मैंने कितने ग़म छिपाए…..,
अगर….,,
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मैं हर बार रोता तो सारा शहर डूब जाता….
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तेरी ख़ुशी की खातिर मैंने कितने ग़म छिपाए…..,
अगर….,,
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मैं हर बार रोता तो सारा शहर डूब जाता….