कल रात अपने सारे दुःख कमरे की दीवारों से कह डाले..
अब मैं सोता रहता हूँ और दीवारे रोती रहती है
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कल रात अपने सारे दुःख कमरे की दीवारों से कह डाले..
अब मैं सोता रहता हूँ और दीवारे रोती रहती है